थल सेना दिवस(ARMY DAY)
हिंदुस्तान की शान - भारतीय थलसेना
पूरी दुनिया में भारतीय सेना का अपना एक अलग ही महत्व है ।पूरी दुनिया भारतीय सेना का लोहा मानती है और भारतीय सेना अपनी बहादुरी के लिए पूरी दुनिया मे जानी जाती है ।भारतीय थल सेना (Indian Army) के लिए 15 जनवरी का दिन बेहद अहम दिन है। भारतीय सेना 15 जनवरी को अपना 74वां आर्मी दिवस मनाएगी। वर्ष 1949 में इसी दिन फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी। भारतीय थल सेना के लिए आज का दिन बेहद अहम है। यह भारत के इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के एम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस ब्रुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी।उस समय भारतीय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक थे। फ्रांसिस ब्रुचर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ थे। के एम करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ बने थे। उसी समय से हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है।हममें से बहुत ही कम लोग को पता होगा कि ARMY का फुल फॉर्म 'Alert Regular Mobility Young' ( ARMY) होता है। ARMY शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द Armata से हुई है। इस शब्द का मतलब होता है Armed Force यानी सशस्त्र बल। यही आर्म्ड फाॅर्स / सेना देश की रक्षा करती है। अभी भारत के पास सेना में सक्रिय सैनिकों की संख्या लगभग 14 लाख और रिज़र्व सैनिकों की संख्या 11लाख है जो दुनियाभर में सबसे अधिक संख्याओं में से एक है। छत्तीसगढ़ में पूर्व सैनिकों (अधिकारी और जवान) की ओर से "पूर्व सैनिक महासभा" (18 पूर्व सैनिक संगठनों का गठबंधन) एवं पूर्व सैनिक संगठन "सिपाही" की ओर से सभी सैनिकों ने कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल के एम करियप्पा को श्रद्धांजलि देते हुए भारतीय सैनिकों की बहादुरी, वीरता और निस्वार्थ बलिदान को याद किया और सभी सैनिकों को भारतीय थल सेना दिवस की शुभकामनाएं दी।
शमशीरों ने तिलक किया , रणभूमि वीरों को भाती है। 🇮🇳
पाला है जिसने नरसिंहों को , केवल भारत की छाती है।🇮🇳 (Mps Rana)
*🇮🇳जय हिंद,जय हिंद की सेना।🇮🇳*
"पूर्व सैनिक महासभा" अध्यक्ष व पूर्व सैनिक संगठन "सिपाही"प्रमुख